Sunday 27 June 2010

लालू के कारनामे : भाग 1

'' लालू के कारनामे '' साप्ताहिक सीरियल आज से चालू किया है...इसका ये पहला भाग प्रस्तुत है आप सबकी सेवा में...

'' मैं हँसूँ तो हँसे साथ में जमाना..ओ दुखी मन मेरे न दिल को लगाना ''...गाते हुये लालू ने घर में प्रवेश किया...

ये लालू नाम भी उनके माता-पिता ने बड़े दुलार से दिया है...कुछ लालूप्रसाद पर अधिक श्रद्धा होने के कारण..अपने छोटे बेटे को घर में लालू कह कर बुलाने लगे थे..फिर घर में और जान-पहचान के लोगों में यही नाम प्रचलित हो गया..वैसे असली नाम तो उन्होंने रखा था..रोहन.

आते ही तपाक से बोले: '' अरे, ओ मम्मी कहाँ हो तुम, देखो मैं क्या लाया हूँ...कितने बड़े दो टोकरे आम के एक साथ ही खरीद कर लाया हूँ...मैं हँसूँ तो हँसे साथ में ये...अरे, कहाँ हो मम्मी..आजा मम्मी आजा जल्दी से देख.''

उनकी मम्मी किचन से दौड़ कर आयीं और लपक कर टोकरे को पकड़ा और आमों को उलट - पलट कर देखने और उनकी जांच-पड़ताल करने लगीं...आमों को टटोल कर बोलीं, '' अरे ललुआ तुझे कब अकल आयेगी रे , कितनी बार बताया की ऐसी चीजें तू मत खरीदा कर.''

लालू बोले: '' क्यों मम्मी, क्या हुआ ?''

मम्मी: '' देख तुझे अच्छी-बुरी चीज़ की अकल नहीं तो फिर तू क्यों बेकार में पैसे खर्च करके चला आता है. ''

लालू कुछ लाल-पीले हुये और बोले, '' मम्मी, तुम मुझे हमेशा वेवकूफ ही समझती रहती हो...एक तो घर का काम कर देता हूँ कभी-कभी..ऊपर से तुम कभी खुश नहीं होती हो, अब मैंने क्या कर दिया. ''

मम्मी: '' देख ललुआ, तू खुद देख आकर...कितनी बार बताया की कोई चीज़ खरीदे तो जल्दबाजी न करे...टोकरे में नीचे वाले आम तो सड़े हुये हैं. किसी ने तुझे ठग लिया है.''

लालू : '' मम्मी ठग उसने नहीं..मैंने उसे ठग लिया है..उसने एक टोकरा खरीदने पर दूसरा फ्री में दिया है.''

और लालू अपनी अकलमंदी पर मंद-मंद मुस्कुराये.

मम्मी: तब भी तुझे क्या फायदा हुआ रे..बात तो वही है की एक टोकरे भर आम तो सड़े निकल गये..तो इससे अच्छा होता की अच्छे आमो का एक ही टोकरा खरीदता.''

अब लालू इस बात से तिलमिला गये.

लालू: '' ठीक है, मम्मी, अब आगे से न कहना की मैं कुछ काम नहीं करता..भैया से ही कहना आगे से..वही अब बने तुम्हारा भक्त, समझीं..?''

लालू ने नाटक किया नाराज होने का मम्मी के सामने और कमरे में जाकर मुस्कुराये की चलो अब इस तरह से काम करने से मम्मी भी ऊब गयी है...आगे से मेरी जान बची..हा हा हा हा...

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