Tuesday 2 November 2010

गाइ फाक्स डे ( GUY FAWKES DAY )

HAPPY DIWALI !!

आज आप सबको अपने भारत में मनाये जाने वाले दिवाली-दिवस की तरह इंग्लैंड में मनाये जाने वाले एक दिवस के बारे में बताती हूँ जिसे '' गाइ फाक्स डे '' के नाम से सब जानते हैं. और इस दिन को खुशी से मनाने के लिये 5 नबम्बर को शाम से आधी रात तक यहाँ जगह-जगह खूब फुलझड़ियाँ और बम-पटाखे फोड़े जाते हैं. इस बार अपना त्योहार दिवाली भी इसी दिन पड़ रहा है तो सोचा कि लाओ आप लोगों को '' गाइ फाक्स डे '' के बारे में भी कुछ बताऊँ. और अब केवल 5 नबम्बर को ही नहीं बल्कि हफ्ते भर पहले से ही लोग फुलझड़ी और पटाखे फोड़ने लगते हैं. जिनकी आवाज़ दूर-दूर तक जाती है. लेकिन 5 नबम्बर को स्पेशल प्रोग्राम होते हैं. हर एरिया के बड़े-बड़े पार्क में खूब धूम-धड़ाका होता है. लोग दूर-दूर से देखने के लिये आते हैं. और ये क्यों मनाया जाता है इसके बारे में अब आप लोगों को बताती हूँ :

बहुत समय पहले 1570 में इंग्लैण्ड में, जब रानी एलिजाबेथ प्रथम का राज्य था, गाइ फाक्स नाम के एक व्यक्ति ने जन्म लिया. उसका पिता प्रोटेस्टेंट था और माँ कैथोलिक थी. जब वो नौ साल का था तो उसके पिता की मृत्यु हो गयी और माँ ने दूसरी शादी कर ली. उसका दूसरा पति कैथोलिक था. गाइ का धर्म अब कैथोलिक हो गया. उसकी दो बहिनें भी थीं..और उसे बाहर बोर्डिंग स्कूल में पढ़ने के लिये भेज दिया गया. वहाँ पर उसके अधिकतर दोस्त कैथोलिक थे. उसकी पढ़ाई चलती रही पर छुट्टियों में वह अपने घर वापस आ जाता था परिवार से मिलने के लिये. स्कूल में उसके अधिकतर दोस्त कैथोलिक धर्म के थे.

तो इंग्लैंड में उस समय दो धर्म चल रहे थे एक का नाम था '' प्रोटेस्टेंट '' और दूसरा '' कैथोलिक ''. रानी प्रोटेस्टेंट थी और लोगों में झगड़े पड़े रहते थे कि कौन सा धर्म सही है. कैथोलिक लोग चाहते थे कि उनपर शासन करने वाला कैथोलिक हो. वहाँ की पार्लियामेंट को डर था कि कहीं कैथोलिक लोग रानी को मार ना दें, इसीलिये सारे कानून उनके खिलाफ बना दिये गये. खैर, 1603 में रानी की मृत्यु हो गयी और फिर वहाँ जेम्स नाम का व्यक्ति राजा बना जो जेम्स प्रथम के नाम से जाना गया. वो भी प्रोटेस्टेंट था और वो चाहता था कि सारी प्रजा प्रोटेस्टेंट हो जाये. कैथोलिक लोग चुरा-छिपा कर अपने धर्म की पूजा करते थे वर्ना उन्हें कड़ी सजा मिलती थी..कभी जुर्माना होता था तो कभी जेल में डाल दिया जाता था. गाइ का परिवार कैथोलिक था. वो बड़ा होकर स्पेन जाकर, जो एक कैथोलिक देश था, एक अच्छा सिपाही बना.

जेम्स बहुत ही क्रूर था और कैथोलिक लोग उससे बहुत नाराज रहते थे. कुछ तो उसे मारने की भी कोशिश करते रहते थे. पर वो राजा हर बार बच जाता था. फिर एक बार की बात है कि कुछ लोगों के ग्रुप ने, अपने लीडर के साथ जिसका नाम रॉबर्ट गेट्सबी था पर राबिन नाम से जाना जाता था, राजा को मारने की नयी स्कीम बनायी. और जब गाइ के कानों में ये बात पड़ी तो 1604 में गाइ वापस इंग्लैंड आ गया. ये स्कीम बहुत खतरनाक थी. राजा जेम्स का बिचार 1605 में एक नयी पार्लियामेंट खोलने का था. गाइ ने हाउस आफ लार्ड्स को बारूद से उड़ाने का प्लान बनाया जिसमें राजा, उसकी रानी व उनका बड़ा बेटा सभी मारे जाते और फिर कैथोलिक लोगों का राज्य हो जाता. उसके गिरोह में और लोग शामिल हुये और अंत में कुल मिलाकर तेरह लोग हो गये. उस समय पार्लियामेंट के चारों तरफ तमाम घर व दुकानें थी. गाइ ने उस इमारत से लगा हुआ एक घर किराये पर ले लिया और वहाँ एक नौकर की तरह काम करने लगा. और अपने साथियों के साथ मिलकर प्लान बनाने लगा कि किस तरह से पार्लियामेंट बिल्डिंग के नीचे बारूद बिछाया जाये. उनकी हर बात गुप्त रखी जाती थी. फिर उन्होंने किसी तरह बिल्डिंग के नीचे के स्टोररूम में 36 लकड़ी के ड्रम पहुँचाये जिनमें बारूद भरा हुआ था.

लेकिन किस्मत से एक दिन एक लार्ड मौन्टीगल नाम के व्यक्ति को किसी ने एक पत्र भिजवाया जिसमे लिखा था कि उस खास दिन को पार्लियामेंट का उद्घाटन समारोह ना किया जाये. आज तक किसी को नहीं पता वो पत्र किसने लिखा था. लोगों का अनुमान है कि शायद स्कीम बनाने वाले ग्रुप में से कोई चाहता हो कि ये स्कीम औरों को पता लग जाये और हादसा होने से बच जाये. और कुछ लोगों का सोचना है कि ये चाल राजा के मंत्री रॉबर्ट की हो सकती है क्योंकि उसने अपने जासूस लगा रखे थे चारों तरफ. और कुछ लोगों का कहना है कि ये स्कीम रॉबर्ट ने ही कैथोलिक लोगों के संग मिलकर बनाई थी फिर उन लोगों को इल्जाम में फँसा दिया पत्र लिखकर. ताकि कैथोलिक लोगों के बिरुद्ध और भी सख्त कानून बनाये जायें. खैर, लार्ड मौंटीगल उस पत्र को लेकर राजा जेम्स के उसी खास मंत्री राबर्ट सेसिल के पास गये. और राबर्ट ने वो पत्र कुछ दिन बाद राजा को दिखाया.

पार्लिया मेंट की बिल्डिंग के हर कोने में छान-बीन की गई और स्टोररूम में गन पाउडर मिला. और वहाँ बाहर घूमते हुये एक व्यक्ति को भी राजा के सिपाहियों ने पकड़ लिया, जो गाइ फाक्स था. राजा ने उससे सवाल पूछे लेकिन गाइ ने अपना नाम जॉन जानसन बताया और अपने साथियों का नाम बताने से इनकार कर दिया..ताकि इतने समय में उसके साथी कहीं और भाग जायें. लेकिन उसके साथी भागने की वजाय और बागी हो गये. गाइ को राजा के लोग टावर आफ लंदन नाम की एक बिल्डिंग में ले गये जहाँ अपराधियों को कड़ी यातनायें दी जाती थीं. उसे भी बहुत बुरी तरह से यातना दी गई. हालाँकि उसने मारने का प्लान बनाया था किन्तु फिर भी कुछ लोगों ने उसकी बहादुरी की तारीफ की व तरफदारी की. बहुत से उसके साथी भाग गये और कुछ को गोली से उड़ा दिया गया जिनमें उनका लीडर राबर्ट भी था. बाकी को टावर आफ लंदन में बहुत बुरी तरह से यंत्रणा दी गई. कैद में रहते हुये कई लोगों ने दीवार पर अपने नाम खोदे..दो नाम आज भी दीवार पर देखे जा सकते हैं. और फिर 1606 में गाइ फाक्स के साथ उनको कत्ल कर दिया गया.

उस दिन के बाद बारूद से होने वाली दुर्घटना से बच जाने की खुशी में 5 नबम्बर के दिन को '' गाइ फाक्स डे '' नाम दे दिया गया. और यहाँ के लोग हर साल इसे खूब धूमधाम से मनाते हैं. खुशी में आधी रात तक खूब पटाखे फोड़े जाते हैं. लेकिन सुरक्षा का बहुत तगड़ा बंदोबस्त रखा जाता है. लोगों को घेरे के काफी दूर खड़े रहना होता है. और पटाखों की आवाज और रोशनी काफी दूर-दूर तक देखी जा सकती है.

HAPPY DIWALI TO ALL !...FROM LONDON.